जैसा की हम जानते है की अभी भारत के पाँच राज्यों में चुनाव परिणाम आ चुके है और हर जगह सिर्फ़ सत्ता में आने के हथकंडे के बारे में ही रणनीति तैयार किए जा रहे है । जबकि अभी सिर्फ़ और सिर्फ़ बारह दिन ही उस आतंकवादी घटना को हुए है जिसने देश की सुरक्षा प्रणाली को करारा झटका दिया था। तो क्या हमारे देश के आलाकमान उस घटना को भूल गए जो देश की सुरक्षा के बारे में न सोचकर और ना ही उसकी महत्ता देकर , सत्ता के जोड़ तोड़ में भीड़ चुके है। लगता है हर बार की तरह ईस बार भी इस घटना की चर्चा उसी वक्त तक होगी, जब तक की मामला ठंडा न पड़ जाए। तो ऐसे में देश की janta ख़ुद ही सोच ले की उनके देश की सुरक्षा स्थिति आतंकवादी घटना को हटाने के लिए कैसी है और इसके लिए देश के आलाकमान क्या कदम उठा रहे है।
हम यह जानते है की हमारे देश में एक से बढ़कर एक अस्त्र है जो की दुश्मन को झटका देने के लिए बहुत है , पर क्या यह आम आदमी की jindgi बचाने के लिए सही है, या आतंकवाद को vastav में हटाने की जरुरत है taki आम janta चैन की नींद सो सके।
अब यह सोच आपके हाथ है की आप कैसी सुरक्षा स्थिति चाहते है। जो की आपको चैन की नींद दे या उस तरह की सुरक्षा जो सिर्फ़ देश की शक्ति को बताये।
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4 टिप्पणियां:
हिन्दी ब्लॉग जगत में आपका हार्दिक स्वागत है, खूब लिखें, मेरी शुभकामनायें… एक अर्ज है कि कृपया वर्ड वेरिफ़िकेशन हटा दें, टिप्पणी करने में बाधक बनता है… धन्यवाद्। घबराईये नहीं, करते जायेंगे तो, हिन्दी भी ठीक से टाइप करना सीख जायेंगे…
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हिंदी के लिखाड़ियों की दुनिया में आपका स्वागत। खूब लिखे। अच्छा लिखे । नाम कमाएं। हार्दिक शुभकामनायें। कृपया सैटिंग मे जाकर वर्ड वैरिफिकेशन हटा दें।
aapkaa swaagat khoob likhen our kuch naya likhen to mujhe bhee soochana dene ki kripa kare
हिन्दी ब्लॉग जगत में प्रवेश करने पर आप बधाई के पात्र हैं / आशा है की आप किसी न किसी रूप में मातृभाषा हिन्दी की श्री-वृद्धि में अपना योगदान करते रहेंगे!!!
इच्छा है कि आपका यह ब्लॉग सफलता की नई-नई ऊँचाइयों को छुए!!!!
स्वागतम्!
लिखिए, खूब लिखिए!!!!!
प्राइमरी का मास्टर का पीछा करें
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